(सुभाष भारती): रिश्वत लेकर पूरे देश में घटिया खाद्यान्न सप्लाई करने के मामले में सीबीआई ने मंगलवार को ऑपरेशन कणक-2 के तहत भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के दफ्तरों, गोदामों और कारोबारियों के 50 ठिकानों पर छापेमारी की। सीबीआई ने पटियाला, राजपुरा, सनौर, मोगा, खन्ना और कई अन्य जिलों में छापेमारी कर अफसरों और ग्रेन मर्चेंट्स का रिश्वत कनेक्शन तोडऩे की कोशिश की। सीबीआई मंगलवार सुबह लुधियाना, खन्ना, समराला, जगराओं, माछीवाड़ा साहिब पहुंची। एफसीआई के एक बड़े अधिकारी से देर रात तक पूछताछ की गई। सीबीआई ने एफसीआई में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ आप्रेशन कणक-2 शुरू किया है।
खन्ना में आढ़ती एसो. के प्रधान व आप नेता हरबंस सिंह रोशा के दफ्तर का रिकार्ड खंगाला गया। भारतीय किसान यूनियन लक्खोवाल के प्रधान व मंडी बोर्ड पंजाब के पूर्व चेयरमैन अजमेर सिंह लक्खोवाल व उनके पुत्र हरिन्द्र सिंह लक्खोवाल के कई दफ्तरों में छापेमारी की गई। हरिन्द्र सिंह लक्खोवाल ने इसकी पुष्टि की। सीबीआई शाम 5 बजे तक सबूत जुटाती रही और कई दस्तोवज, बैंकों के खाली चेक, पासबुक साथ ले गई। पटियाला में आढ़ती एसो. के अध्यक्ष जसविन्द्र राणा भुनरहेड़ी के घर, इंडियन फार्मर एसो. के अध्यक्ष सतनाम सिंह बैहरू के सनौर स्थित घर के इलावा सरहिंद रोड़ स्थित एफसीआई के गोदाम पर छापेमारी की। एफसीआई के गोदाम में तैनात एक अधिकारी को पूछताछ के लिए हिरायत में लेेने की चर्चा रही। राजपुरा में एफसीआई के गोदामों में देर शाम तक रिकार्ड जांचा और धान व गेहूँ के आने-जाने के बारे में जानकारी हासिल की गई। डिपू मैनेजर नितिन कुमार ने बताया कि सीबीआई की दो टीमें अलग-अलग दो गाडिय़ेां में आईं, जिसमें लगभग एक दर्जन के करीब लोग थे।
6 महीने से चल रही थी सीबीआई की जांच
एफसीआई के बड़े अफसरों, ग्रेन मर्चेंट्स का रिश्वत कनेक्शन तोडऩे के लिए सीबीआई 6 महीने से जांच कर रही है। पैसा लेकर घटिया खाद्यान्न खरीदने की शिकायतें मिली थीं। 10 जनवरी को एफसीआई के चंडीगढ़ स्थित पंजाब डिवीजन के डिप्टी जनरल मैनेजर राजीव कुमार मिश्रा और एक प्राइवेट ग्रेन मर्चेंट रविंदर सिंह खेड़ा को 50 हजार रुपए की रिश्वत के लेन-देन के आरोप में गिरफ्तार किया था।