(सुभाष भारती): उत्तर प्रदेश में धान खरीद प्रक्रिया ने रफ्तार पकड़ ली है, शुरुआत में खेती-किसानी के अन्य कार्यों के कारण किसान कम संख्या में मंडी आ रहे थे, लेकिन अब तेजी से धान मंडी पहुंच रहा है। उत्तर प्रदेश सरकार ने बताया कि न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर राज्य में सुचारू रूप से धान की खरीद हो रही है, अभी तक 10,000 करोड़ रुपए की खरीद से 8.4 लाख किसान लाभांवित हुए हैं।
खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के आयुक्त सौरभ बाबू ने बताया कि 19 जनवरी तक करीब 53.32 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद हो चुकी है। धान खरीद का पैसा किसानों के बैंक अकाउंट में 72 घंटे के भीतर भेजा जा रहा है। उन्होंने कहा कि खरीफ मार्केटिंग सीजन 2021-22 के लिए एजेंसियां तेजी से किसानों से पैदावार की खरीद कर रही हैं।
72 घंटे के भीतर हो रहा है भुगतान
राज्य सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि बीते 24 घंटे में ही भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) ने 81,000 मीट्रिक टन धान की खरीद की है, अभी तक हुई कुल खरीद में से 80 प्रतिशत यानी 7975.64 करोड़ रुपए का भुगतान कर दिया गया है तथा बचे हुए 2026.57 करोड़ 72 घंटे के अंदर किसानों के बैंक खाते में ट्रांसफर कर दिए जाएंगे।
उत्तर प्रदेश ने इस बार 70 लाख मीट्रिक टन धान खरीदने का लक्ष्य रखा है, पिछले साल यानी 2020-21 सत्र में में राज्य ने करीब 67 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद की थी। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, बीते साल एमएसपी पर 66.84 मीट्रिक टन धान की खरीद हुई थी, जो रिकॉर्ड है। उससे पहले, 2017-18 में 42.90 लाख मीट्रिक टन, 2019-20 में 56.57 लाख मीट्रिक टन और 2018-19 में 48.25 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद हुई थी।
28 फरवरी तक होगी एमएसपी पर धान की खरीद
राज्य में 1 अक्टूबर से धान की खरीद हो रही है और यह प्रक्रिया 28 फरवरी तक चलेगी। किसान फरवरी के अंत तक अपनी पैदावार खरीद केंद्रों पर लेजाकर बेच सकते हैं. इस बार सामान्य श्रेणी के धान की एमएसपी 1940 रुपए प्रति क्विंटल है जबकि ग्रेड-ए धान की एमएसपी 1960 रुपए तय की गई है। सबसे अधिक धान की बात करें तो पंजाब टॉप पर है, इसके बाद छत्तीसगढ़, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश का नंबर है. हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, झारखंड, बिहार, उत्तराखंड, राजस्थान, केरल, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, छत्तीसगढ़ और ओडिशा जैसे राज्यों में भी धान खरीद हो रही है।