(सुभाष भारती): भारत की मंडियों में बासमती धान के भावों में मंगलवार को कुछ सुधार की तरफ बढ़ता हुआ दिखाई दिया। सूत्रों के अनुसार एकाध विदेशी कंपनी का थोड़ा-सा ऑर्डर फाइनल होने और नए साल में ईरान की ओर से नए ऑर्डर निकलने की संभावनाओं से बाजार की ठंडक दूर होती दिखाई दी है। इसके साथ ही हाजिर धान मंडियों में भी 100-50 रुपए का भाव तेजी की तरफ बढ़ा है लेकिन हाल फिलहाल में धान और चावल बाजार में किसी बड़ी तेजी की संभावना नहीं है। यदि निर्यात मांग निकलती है और कुछ ठीक-ठाक सौदे फाइनल होते हैं तो संभवत: एक सप्ताह में बाजार सुधार की तरफ बढ़ सकता है।
अंतर्राष्ट्रीय कंपनियों के बाजार सूत्रों ने बताया कि मंगलवार को सऊदी अरब की अत्यंत सख्त कंपनी ने बहुत थोड़ी-सी मात्रा के लिए बासमती चावल का सौदा फाइनल किया है। सूत्रों के अनुसार न्यूनतम 50 हजार मीट्रिक टन का सौदा करने वाली इस कंपनी में आधे से भी कम मात्रा का एक सौदा फाइनल किया है। इस सौदे का भाव सऊदी की ही एक कंपनी का एक सौदा रद्द हुए भाव से काफी कम बताया जा रहा है लेकिन यह 1025 डॉलर प्रति टन से नीचे नहीं है। एक भारतीय निर्यातक ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि सऊदी की इस कंपनी ने लगभग 20 हजार मीट्रिक टन का सौदा किया है और भाव पिछले साल की तुलना में लगभग 150 डॉलर अधिक है। हालांकि कंपनी और भी बड़े सौदे करने की इच्छुक है लेकिन क्वालिटी माल और भाव को लेकर तालमेल बैठने में कई प्रकार की अड़चने आ रही हैं। वहीं उन्होंने बताया कि जनवरी के पहले या दूसरे सप्ताह में ईरान की ओर से भी एक या दो बड़े सौदे फाइनल हो सकते हैं।
ऑल इंडिया राईस एक्सपोर्टर एसोसिएशन के कई नेताओं ने इनमें से किसी सौदे होने या न होने को लेकर कोई टिप्पणी नहीं की है और सिर्फ इतना कहा कि बासमती के निर्यात में सुधार के साथ-साथ भारत की प्रतिष्ठा को बनाए रखने में कोई समझौता नहीं होगा। उल्लेखनीय है कि बासमती चावल के निर्यात इतिहास में संभवत: यह पहली बार है जब नए साल तक पहुंचते-पहुंचते नाममात्र के ही निर्यात सौदे हो रहे हैं जबकि इससे पहले इस समय शिपमेंट तक शुरु हो जाती है।
निर्यात संभावनाओं से बढ़ सकता है बाजार
मंगलवार को उत्तर भारत की मंडियों में बासमती धान की 1121 वैरायटी में सुधार देखने को मिला और बाजार हल्के सुधार के साथ आगे बढ़ता हुआ दिखाई दिया। नरेला मंडी में मंगलवार को 1121 का भाव 3570 रुपए, खैर मंडी में 3461 रुपए, कैथल में 3600 रुपए, पिहोवा में 3600 रुपए, अलीगढ़ में 3420 रुपए और फाजिल्का में कंबाईन के भाव 3496 रुपए दर्ज किए गए। पंजाब की लगभग सभी मंडियों में भाव 3500-3600 के बीच झूलता हुआ दिखाई दिया। राजस्थान की बारामंडी में लगभग दिनभर बरसात जारी रहने से मंडी कारोबार शांत रहा। ऐसी उम्मीद की जा रही है कि निर्यात मांग निकलने की कुछ उम्मीदों के साथ बाजार अगले सप्ताह से कुछ सुधार की तरफ बढ़ता हुआ दिखाई दे रहा है।