लखनऊ, (यूपी संवाददाता): यूपी में कुपोषण खत्म करने के मिशन में जुटी केन्द्र और प्रदेश सरकार की फोर्टीफाइड राइस योजना ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। आयरन, विटामिन और फोलिक एसिड से बने फोर्टीफाइड राइस कुपोषण दूर करने में कारगर साबित हो रहा है। यूपी के चन्दौली और वाराणसी में इस योजना के तहत फोर्टीफाइड राइस तैयार होकर बंटना शुरू हो गया है, इस योजना को दूसरे जिलों में विस्तार की तैयारी भी शुरू कर दी गई है, अब यह योजना 2024 तक पूरे प्रदेश में लागू हो जाएगी।
दरअसल यूपी के चन्दौली और अन्य जिलों में काफी लोगों को कुपोषण और एनीमिया जैसी समस्या रहती है, इसे दूर करने के लिए मोदी सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना को लागू करने के लिए योगी सरकार ने पायलट प्रोजेक्ट के तहत चंदौली जिले का चयन किया, जहां 99 सेंटरों पर फोर्टीफाइड राइस का वितरण शुरू करवाया गया जिससे छात्र छात्राओं को पौष्टिक चावल मिल रहा है।
पीएम मोदी के क्षेत्र में भी बंट रहा फोर्टीफाइड राइस
वाराणसी के डीएसओ उमेश मिश्र बताते हैं कि वाराणसी के सेवापुरी ब्लॉक में यह राईस मिड-डे-मील में छात्र छात्राओं को दिया जा रहा है, इस राइस की उपलब्धता लगातार बढ़ाई जा रही है जिससे वाराणसी के अन्य ब्लॉक में इसका वितरण शुरू किया जाएगा। एफसीआई के जीएम यूपी रीजन रजत शर्मा के अनुसार पीएम की इस महत्वाकांक्षी योजना को यूपी सरकार के सहयोग से आगे बढ़ाया जा रहा है। चन्दौली में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में चयन कर यह राइस तैयार कर मध्यान्ह भोजन योजना में वितरण शुरु करा दिया गया है, इसके सकारात्मक नतीजे आ रहे हैं। कुपोषण को दूर करने में फोर्टीफाइड राइस काफी महत्वपूर्ण साबित हो रहे हैं, इस योजना को वर्ष 2024 तक यूपी के अन्य जिलों में लागू कर दिया जाएगा। प्रधानमंत्री गरीब अन्न कल्याण योजना के तहत आने वाले दिनों में लाभार्थियों को फोर्टीफाइड राइस दिया जाएगा।
यूं तैयार होता है फोर्टिफाईड राइस
एफसीआई के यूपी रीजन के डीजीएम जग प्रसाद बताते हैं कि फोर्टीफाइड राइस यूपी के चन्दौली में प्रशासन के सहयोग से तैयार किया जा रहा है, चावल को पीस कर इसमें आयरन, विटामिन बी-12 और फोलिक एसिड मिलाया जाता है, इसके बाद इसे चावल के दाने का आकार दिया जाता है, इससे राइस की न्यूट्रीशियन वैल्यू बढ़ जाती है और यह कुपोषण को दूर करने में सहायक होता है।